Jaun Elia
1. क्या तकल्लुफ़ करें ये कहने में
जो भी ख़ुश है हम उस से जलते हैं - जौन एलिया
2. मैं रहा उम्र भर जुदा ख़ुद से
याद मैं ख़ुद को उम्र भर आया - जौन एलिया
3. ज़िंदगी किस तरह बसर होगी
दिल नहीं लग रहा मोहब्बत में - जौन एलिया
4.तुम जब आओगी तो खोया हुआ पाओगी मुझे
मेरी तन्हाई में ख़्वाबों के सिवा कुछ भी नहीं - जौन एलिया
5. अब मिरी कोई ज़िंदगी ही नहीं
अब भी तुम मेरी ज़िंदगी हो क्या - जौन एलिया
6. मुस्तक़िल बोलता ही रहता हूँ
कितना ख़ामोश हूँ मैं अंदर से - जौन एलिया
7. नया इक रिश्ता पैदा क्यूँ करें हम,
बिछड़ना है तो झगड़ा क्यूँ करें हम। - जौन एलिया
8. हम जी रहे हैं कोई बहाना किए बग़ैर
उस के बग़ैर उस की तमन्ना किए बग़ैर - जौन एलिया
9.हम को यारों ने भी ना याद रखा
'जॉन' यारों के यार थे हम तो - जौन एलिया
10. ये मुझे चैन क्यूँ नहीं पड़ता
एक ही शख़्स था जहान में क्या - जौन एलिया
11.एक ही हादसा तो है और वो यह के आज तक
बात नहीं कही गई बात नहीं सुनी गई - जौन एलिया
12.आ गई दरमयान रूह की बात
ज़िक्र था जिस्म की ज़रूरत का - जौन एलिया
13. " ये जो तकते हो आसमां को तुम, कोई रहता है आसमां में क्या,
ये मुझे चैन क्यों पड़ता, एक ही शख़्स था जहां में क्या " - जौन एलिया
14. जॉन कहीं मौजूद नहीं.. मेरा हम पहलु मुझमें... - जौन एलिया
15. शर्म दहशत झिझक परेशानी
नाज़ से काम क्यूँ नहीं लेतीं
आप वो जी मगर ये सब क्या है
तुम मिरा नाम क्यूँ नहीं लेतीं - जौन एलिया
16. मैं भी बहुत अजीब हूँ इतना अजीब हूँ कि बस
ख़ुद को तबाह कर लिया और मलाल भी नहीं - जौन एलिया
17. अब फ़क़त आदतों की वर्ज़िश है
रूह शामिल नहीं शिकायत में - जौन एलिया
18." तुम जब आओगी तो खोया हुआ पाओगी मुझे
मेरी तन्हाई में ख़्वाबों के सिवा कुछ भी नहीं
मेरे कमरे को सजाने की तमन्ना है तुम्हें
मेरे कमरे में किताबों के सिवा कुछ भी नहीं " - जौन एलिया
19.उसकी गली से उठके मैं आन पड़ा था अपने घर
एक गली की बात थी और गली गली गयी - जौन एलिया
20. जो गुज़ारी न जा सकी हम से
हम ने वो ज़िंदगी गुज़ारी है... - जौन एलिया
21.इतना ख़ाली था अंदरूँ मेरा
कुछ दिनों तो ख़ुदा रहा मुझ में - जौन एलिया
22. मुझ को ख़्वाहिश ही ढूँडने की न थी,
मुझ में खोया रहा ख़ुदा मेरा l - जौन एलिया
23. शर्म, दहशत, झिझक, परेशानी
नाज़ से काम क्यों नहीं लेतीं
आप, वो, जी, मगर ये सब क्या है
तुम मेरा नाम क्यों नहीं लेतीं - जौन एलिया
24. इलाज ये है कि मजबूर कर दिया जाऊँ
वगरना यूँ तो किसी की नहीं सुनी मैं ने. - जौन एलिया
25. यारों कुछ तो ज़िक्र करो तुम उसकी क़यामत बांहों का
वो जो सिमटते होंगे उनमें वो तो मर जाते होंगे - जौन एलिया
26.अब फ़क़त आदतों की वर्ज़िश है
रूह शामिल नहीं शिकायत में - जौन एलिया
27. ख़ून थूकेगी ज़िंदगी कब तक
याद आएगी अब तिरी कब तक - जौन एलिया
28.सारी दुनिया के ग़म हमारे हैं
और सितम ये कि हम तुम्हारे हैं - जौन एलिया
29. मुस्तक़िल बोलता ही रहता हूँ
कितना ख़ामोश हूँ मैं अंदर से - जौन एलिया
30. सोचता हूँ कि उस की याद आख़िर
अब किसे रात भर जगाती है - जौन एलिया
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